tag:blogger.com,1999:blog-7238224019654625161.post2959627316866596373..comments2012-11-05T07:22:32.401-08:00Comments on THINK हटके: राधा और सुदामाविवेक दुबेhttp://www.blogger.com/profile/14971644396202590294noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7238224019654625161.post-14252128180796343802011-09-03T06:06:35.946-07:002011-09-03T06:06:35.946-07:00विवेक जी किसी फिल्म का एक संवाद था की किसी भी चीज़...विवेक जी किसी फिल्म का एक संवाद था की किसी भी चीज़ को शिद्दत से पाने की तमन्ना करो तो पूरी क़ायनात तुम्हें उससे मिलाने की कोशिश में लग जाती है...मुझे यह डॉयलाग बेहद पसंद आया था जो आपकी इस सार्थक स्वीकारोक्ति पर पूरा फिट बैठता है...सच जब भी बेबाक़ी से बोला जाये ख़ूबसूरत लगता है ठीक वैसा ही जैसी आपकी यह पोस्ट....<br />साधूवाद.......अली शोएब सैय्यदhttps://www.blogger.com/profile/00157632127742908895noreply@blogger.com